फिरोजाबाद: सुहागनगरी में रामायण के पात्रों के दर्शन को उमड़ा रामभक्तों का सैलाब

-रामेण दर्शन यात्रा में जेसीबी से बरसाए गए फूल
-जय श्रीराम के नारे से गुंजायमान हुआ शहर
-रामभक्तों ने भगवान श्रीराम, भ्राता लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान जी के स्वरूपों की उतारी आरतकर लिया आर्शीवाद

फिरोजाबाद। अयोध्या में सोमवार को होने वाली श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुहागनगरी में रामेण दर्शन यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में शामिल रामायण के स्वरूपों के दर्शन करने को समूची सुहाग नगरी उमड़ पड़ी। जेसीबी से स्वरूपों पर पुष्प वर्षा की गई। वहीं नगर निगम द्वारा प्रभु श्रीराम के आगमन पर बहुत ही सुंदर सजाया गया। जो कि अलग ही छटा बिखेर रहा था।

रविवार दोपहर 12 बजे रामेण दर्शन यात्रा गांधी पार्क चैराहा से शुरू हुई, जो सेंट्रल चैराहा, काली मंदिर, बर्फ खाना चैराहा, जलेसर रोड होते हुए गोपाल आश्रम पर पहुंची। जहां पर प्रभु श्री राम, माता जानकी, भाई लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न समेत रामायण के अन्य पात्रों के स्वरूपों की आरती उतारी गई। इस यात्रा में 100 से अधिक दिव्यांगजन ट्राई साइकिल लेकर के राम नाम का भजन गाते हुए शामिल हुए।

उसके पीछे स्वयसंवेक मार्ग में झाडू लगाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे थे। उनके पीछे प्रभु श्रीराम की वानर सेना के साथ रामायण के सभी पात्र चल रहे थे। सबसे आखिरी में रामभक्त की टोली चल रही थी। वहीं यात्रा के मार्ग में जगह-जगह जेसीबी से स्वरूपों पर पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान समूची सुहाग नगरी राम नाम की गूंजों से गुंजायमान हो उठी।

इस यात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और महिला समूह के द्वारा राम के भजन गाए गए। भगवान राम के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह द्वार सजाए गए थे। महिलाएं थालों में पुष्प लेकर पुष्प वर्षा करती हुई नजर आई। रामायण के स्वरूपों की एक झलक देखने के लिए लोग लालायित हो उठे।

यात्रा में महापौर कामिनी राठौर, नगर विधायक मनीष असीजा, पूर्व विधायक ओमप्रकाश वर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर प्रचारक धर्मेद्र जी, महानगर अध्यक्ष राकेश शंखवार, यात्रा संयोजक राजेश झा, रामकुमार कुमार गुप्ता, महानगर संघचलाक प्रदीप गुप्ता, पूनम चैहान, विभूति वर्मा, दीपक गुप्ता कालू, सतवीर चैहान, उदय गुप्ता, अमित गुप्ता, निशा धाकरे, विक्रांत शर्मा, राजीव शर्मा, अमर वर्मा, डाॅ पूनम अग्रवाल, डाॅ गौरव अग्रवाल, डाॅ एलके गुप्ता, अनुग्रह गोपाल के अलावा हजारों की संख्या में मातृशाक्ति एवं रामभक्त मौजूद रहे।

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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