फिरोजाबाद: भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव 21 अप्रेल से होगा शुरू

फिरोजाबाद। भगवान महावीर जन्म कल्याणक का तीन दिवसीय महोत्सव 21 अप्रेल से बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा। महोत्सव को सफल बनाने के लिए चंद्र प्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में कार्यालय का शुभारम्भ हो गया।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में भगवान महावीर के चित्र का अनावरण प्रवीण जैन ने किया तथा चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित स्नेह कुमार जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संजय जैन पीआरओ मुख्य अतिथि मनीष असीजा, मुख्य वक्ता अनूप चंद्र जैन एडवोकेट, अशोक जैन तुलसी बिहार, संयोजक चंद्र प्रकाश जैन स्वागत अध्यक्ष राहुल जैन छतारी, अध्यक्ष संजीव जैन, महामंत्री संजय जैन रेमजा, कोषाध्यक्ष रिशंक जैन, ऑडिटर सौरभ जैन, सहसंयोजक संजीव जैन, सुधीर जैन, सौरभ जैन शास्त्री, प्रमोद जैन का पीत दुपट्टा एवं तिलक लगाकर सम्मान कराया।

नगर विधायक मनीष असीजा ने नव नियुक्त महोत्सव समिति को शुभकामनायें देते हुए कहा कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर निगम की और से पूर्ण सहयोग मिलेगा। महोत्सव की रुपरेखा बताते हुए संयोजक चंद्र प्रकाश ने कहा कि इस वर्ष 21 अप्रेल को रथयात्रा के समय में परिवर्तन किया गया है। रथयात्रा प्रातः 9 बजे राजा डाल मील से निकाली जाएगी जो सदर बाजार, मोहल्ला गंज, डाकखाना चैराहा होते हुए पीडी जैन इंटर कॉलेज के सामने महोत्सव स्थल पर पहुंचेगी।

उन्होंने बताया कि 22 अप्रेल को दोपहर में धार्मिक कार्यक्रम एवं शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। 23 अप्रेल को दोपहर तीन बजे रथयात्रा वापसी होगी तथा रात्रि में विराट कवि सम्मलेन होगा। मुख्य वक्ता अनूप चंद्र जैन एडवोकेट ने कहा कि महोत्सव समिति कुछ ऐसा कार्यक्रम करें जिससे एक लम्बे समय तक यादे बनी रहें। उन्होंने कहा कि 22 अप्रेल से ही राष्ट्र संत विद्यानंद गुरुदेव का शताब्दी वर्ष शुरू हो रहा है जो एक वर्ष तक चलेगा।

कार्यक्रम के अंत में मनोज जैन गोटा वालों ने फीते की गांठ खोलकर कर अस्थाई कार्यालय का उदघाटन किया। महोत्सव में मुख्य रूप से संजीव जैन एडवोकेट, विजय जैन एडवोकेट, मनोज जैन दद्दा, मयंक जैन, अशोक जैन भदावर, अनिल जैन, राहुल जैन इसोली, शैलेन्द्र जैन, निमिष जैन, विशाल जैन एडवोकेट, नीतेश जैन, सतीश सालावादिया, धीरेश सिंघई, कुलदीप मित्तल जैन, प्रदीप जैन पीपी, आदीश जैन आदि अनेकों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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