फिरोजाबाद: पंचायतों को आर्थिक सहयोग देकर संपन्न और खुशहाल बनाएं सरकारें-रामनिवास यादव

फिरोजाबाद। पंचायतों को आवश्यकतानुसार आर्थिक सहयोग देकर संपन्न और खुशहाल बनाने में सहयोग करें सरकारे, बिना पंचायतों की खुशहाली के देश विकसित नहीं हो सकता है। उक्त विचार अखिल भारतीय प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि सरकारों द्वारा पंचायतों के बजट में की जा रही लगातार कटौती के चलते आज पंचायतें आर्थिक समस्याओं से जूझ रही हैं। जनता को नाली, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। राजस्व विभाग एवं पुलिस प्रशासन द्वारा भी पंचायत का सहयोग नहीं किया जाता है। 73 वें संविधान संशोधन को हुए भी लंबा समय हो गया है, परंतु उसके तहत प्रदत्त अधिकारों को भी पंचायतों को आज तक नहीं दिया गया है। जो पंचायतों के अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर पंचायत ही एक ऐसी इकाई है जो जमीन पर मानकों के अनुसार गुणवत्ता युक्त काम करती है, क्योंकि उसकी जवाब देही भी उसी जनता से होती है जिसके लिए काम हो रहा है। इसलिए सरकारों को चाहिए कि सांसद और विधायक निधि को समाप्त करके वह समस्त पैसा पंचायतों को दिया जाना चाहिए।

गोष्ठी में डॉ. सर्वेश कुमार, विनोद कुमार शर्मा जिला उपाध्यक्ष, अनिल कुमार शर्मा जिला संगठन मंत्री, शिवराज सिंह यादव जिला महामंत्री, होशियार सिंह यादव, अवधेश प्रताप सिंह, डॉ. संजय कुमार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त कर केंद्र सरकार से पंचायतों को अधिक से अधिक धन आवंटित करने की मांग की। इस दौरान राजमणि यादव, ताराचंद्र, पुष्पेंद्र सिंह यादव, एवरन सिंह, मूलचंद वर्मा, छोटेलाल राजपूत, आशीष वर्मा, सुनील कुमार, राजेंद्र प्रसाद, बी.एल. बघेल, धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा, जितेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार, नरोत्तम सिंह, पप्पू सिंह, भूपेंद्र सिंह यादव, शिव मोहन सिंह, राकेश कुमार, रामवीर सिंह, रवि कुमार, गजेंद्र सिंह, सुरेश चंद्र आदि मौजूद रहे।

praveen upadhyay
praveen upadhyay

शालू एक उत्साही और समर्पित पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी ताजगी और नवाचार के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर गहरी और संवेदनशील रिपोर्टिंग की है। शालू की लेखनी की विशेषता उनकी संवेदनशील दृष्टिकोण और सटीक तथ्यों की प्रस्तुति है, जो पाठकों को घटनाओं की वास्तविकता से रूबरू कराती है।

Articles: 1160