फिरोजाबाद: शिवानी दीदी ने हर परिस्थतियों में खुश रहने के दिए मूल मंत्र

– अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर शिवानी दीदी ने ब्रह्मकुमारी सेंटर के नए भवन के निर्माण की रखी ईट

फिरोजाबाद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में रैपुरा रोड पर सिल्वर सिटी स्थित भूमि पर ब्रह्मकुमारी सेंटर के नए भवन के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर एव् राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति अवार्ड प्राप्त ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने नव निर्माण भवन का भूमि पूजन की ईट रखकर शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर शिवानी दीदी ने आध्यात्मिक बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था एक ऐसी संस्था है, जो प्रकाश का स्तंभ है। जो दुनिया से हारी और थकी आत्माओं में ऊर्जा भरती है। यही नहीं, ये एक ऐसा विद्यालय है, जहां निस्वार्थ भाव से सेवा की जाती है। परमात्मा से मिलन का एक जरिया है। इस विद्यालय में आध्यात्मिक का पाठ पढाया जाता है।

उन्होंने हर परिस्थितियों में खुश रहने के मूल मंत्रों पर भी चर्चा करते हुए कहा कि परिस्थितियों तो विपरीत आएंगी ही, क्योंकि कलयुग चल रहा है। परिस्थिति में घबराएं नहीं, क्योंकि विपरीत परिस्थितियों में भी कल्याण छिपा हुआ है। किसी भी शुभ कार्य के दौरान किंतु, परन्तु और लेकिन के नेगेटिव संकल्प को इस भूमि पूजन के लिए खोदे गए घड्डे में स्वाहा जरूर कीजिए। उन्होंने कहा कि दाता बनो सदा देने वाला प्यार दो, खुशी दो, संस्कार से संसार बनता है।

भूमि पूजन के समय कैलादेवी मंदिर स्थित ब्रह्माकुमारी के मुख्य सेंटर की संचालिका सरिता दीदी, प्रमुख उद्योगपति देवीचरन अग्रवाल, अधिवक्ता अनूपचंद्र जैन, सतीश जैन, आचार्य ध्रुव कुमार, डॉ अजय गुप्ता, शंकर गुप्ता, अनुपम शर्मा के अलावा सेंटर की बहनें उपस्थित रही।

 

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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