फिरोजाबाद: ब्रह्माकुमारी बहनों ने निगम अधिकारियों के संग वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

फिरोजाबाद। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एवं नगर निगम द्वारा रामलीला मैदान स्थित तालाब में वृक्षारोपण किया गया। जिसमें अशोका, शीशम, गुड़हल, बेल, तुलसी इत्यादि के पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

इस अवसर पर सेंटर की संचालिका सरिता दीदी ने कहा कि वृक्षारोपण पर्यावरण को संतुलित कर मानव के अस्तित्व की रक्षा करने के लिए आवश्यक है। साथ ही कहा कि सभी लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा हेतु एक-एक पौधा अवश्य लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए। निगम अधिकारियों ने कहा कि पेड़ प्रकृति के सुंदर और उपयोगी उपहार हैं, पेड़ मानव के महान दोस्त हैं। पेड़ जानवरों, पक्षियों और कीड़ों के प्राकृतिक निवास स्थान का निर्माण करते हैं। पेड़ भूमि को उपजाऊ बनाने में मदद करते हैं। वहीं सिलोड़ी सरकार की बगीची में अधिकारियों एवं बच्चों फूलों व तुलसी के पौधे लगाये। साथ ही प्रकृति को शुद्ध बनाये रखने का वचन दिया।

इससे पूर्व कैला देवी स्थित सेवा केंद्र पर अलौकिक दिव्य गुण एवं चरित्र निर्माण’ विषय पर आयोजित समर केम्प का उद्घाटन जिला उद्यान अधिकारी संजीव वर्मा, खंड नगर शिक्षा अधिकारी उपेंद्र कुमार, सरिता दीदी एवं कर निर्धारण अधिकारी नीरज पटेल के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। समर केम्प में मेंहदी, पेंटिंग, रंगोली, स्केचिन, क्राफ्ट आर्ट, इंलिश स्पीकिंग, सिंगिंग, जुम्बा डांस, मैडिटेशन आदि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण 5 से 20 जून तक चलेगा।

इस दौरान जिसमें सरिता दीदी, निहाल चंद्र सहायक नगर आयुक्त, रामबाबू राजपूत महाप्रबंधक जलकल, नीरज पटेल कर निर्धारण अधिकारी, अजय मिश्रा, मनोज कुमार, हरिओम वर्मा, अनिल शर्मा, मीनू अरोरा, अंजना गुप्ता, सुनीता अग्रवाल, पूनम अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

Ravi
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रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

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