फिरोजाबाद जोन को मिलेगी निर्बाध विद्युत आपूर्ति-अजय मिश्रा

फिरोजाबाद। फिरोजाबाद जोन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति एवं राजस्व वसूली कार्यशाला में मुख्य अभियंता ने शहरी क्षेत्र के अधिनस्थ अधिकारियों से शहर में शत प्रतिशत बिजली आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं, 33 केवीए सब स्टेशन से विद्युत आपूर्ति हर हाल में होनी चाहिए। जिससे जनता को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के फिरोजाबाद जोन के मुख्य अभियंता अजय मिश्रा ने पालीवाल हॉल में आयोजित कार्यशाला में शहरी क्षेत्र के अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि जोन में बिजली की आपूर्ति शत प्रतिशत होनी चाहिए राजस्व वसूली एवं बिजली चोरी रोकने के लिए उपखण्ड अधिकारी और अवर अभियंता अपने क्षेत्र में भ्रमण करे बकायदारो से शालीनता के साथ बिल जमा करने का आग्रह करे अगर उपभोक्ता बिल जमा नही करता है तो उसका कनेक्शन एलटी लाइन से काट दे और केबिल को जब्त कर ले।

विजलेंस की टीम छापा मारकर कार्यवाही कर बकायदारों से राजस्व वसूली करने में सहयोग करे। जनपद में उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने के कारण आरडीएस योजना को लागू करने पर विचार विमर्श किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जो उपभोक्ता नया कनेक्शन लेने लिए आवेदन कर रहा है संबंधित अधिकारी और कर्मचारी उपभोक्ता का कनेक्शन स्वीकृत करे इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजस्व वसूली में 500 बड़े बकाएदारों को हर उपकेंद्र से मार्च माह में लाल नोटिस से चस्पा कराया जाएगा।

उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि उपभोक्ता हमारा भगवान है। इस दौरान कार्यशाला में अधीक्षण अभियंता शहरी आरएस यादव, अधिशासी अभियंता शहरी प्रथम कालीचरण शोभा, अधिशासी अभियंता शहरी द्वितीय डीपी वर्मा, अधिशासी अभियंता शहरी वाणिज्य शैलेंद्र कुमार सभी एसडीओ, अवर अभियंता, शहरी क्षेत्र के संविदा कर्मचारीगण मौजूद रहे।

Ravi
Ravi

रवि एक प्रतिभाशाली लेखक हैं जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी शैली और गहन विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी में जीवन के विविध पहलुओं का गहन विश्लेषण और सरल भाषा में जटिल भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है। रवि के लेखन का प्रमुख उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और पाठकों को आत्मविश्लेषण के लिए प्रेरित करना है। वे विभिन्न विधाओं में लिखते हैं,। रवि की लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ, सामाजिक मुद्दे और सांस्कृतिक विविधता का अद्वितीय समावेश होता है।

Articles: 2254